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पुलिस पर हत्या का आरोप? सदर विधायक एक्शन मोड में!

AAZAAD BULLETIN (हजारीबाग) : बीते शनिवार की देर शाम को सदर थाना के एक केस के अनुसंधान के क्रम में काजी मोहल्ला निवासी व्यवसाई सुनील कुमार गुप्ता का पुलिस कस्टडी में मौत हो गया। मौत के बाद मृतक के परिजनों ने खूब बवाल काटा और देर रात तक सदर थाना में मृतक के परिजन और शहर के व्यवसाई इस घटना का विरोध जताते रहे। मृतक के शव को भी सदर थाना के बाहर ही रख दिया गया। इस घटना की जानकारी रात में ही हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल को मृतक के परिजनों ने दी और न्याय हेतु उनसे मदद का अपील किया। 

रात में विधायक मनीष जायसवाल ने अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से स्थानीय पुलिस से बात की और रविवार की अहले सुबह मृतक के खजांची तालाब के शुभम अपार्टमेंट स्थित फ्लैट में पहुंचे। यहां विधायक मनीष जायसवाल ने मृतक की पत्नी, पुत्र सहित अन्य परिजनों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली और उसके बाद मृतक के परिजनों के साथ सदर थाना पहुंचे। व्यवसाई की मौत पर विधायक मनीष जायसवाल पूरी तरह एक्शन मोड में दिखे और थाना पहुंचने के बाद उन्होंने सीधे तौर पर इस मौत के जिम्मेवार केस के अनुसंधान टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाते हुए उनपर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इस दौरान विधायक मनीष जायसवाल ने कई सवाल उठाए और स्पष्ट रूप से पूछा कि जब आपकी कस्टडी में राजेश कुमार गुप्ता थे तो फिर उनकी मौत कैसे हुई? विधायक मनीष जायसवाल के सवालों पर हजारीबाग पुलिस हर बार गिरती नजर आई और जवाब देने में आनाकानी करती दिखी। 

पुलिस के इस रवैए के खिलाफ विधायक मनीष जायसवाल हजारीबाग पुलिस पर भी बरसे। विधायक मनीष जायसवाल ने थाने में मौजूद डीएसपी महेश प्रजापति से स्पष्ट रूप में कहा कि हमलोग इस मामले में उम्मीद कर रहे थे कि पुलिस आगे आकर दोषियों पर कार्रवाई करेगी और मृतक के परिवार के लिए संवेदना जताएगी ताकि भविष्य में यह एक उदाहरण बन सके कि दोषी कोई भी हो कानून के हाथ से बच नहीं सकता है लेकिन जिस प्रकार पुलिस मृतक परिवार के पहले ही किसी अन्य के आवेदन पर कार्रवाई करके दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है वह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। विधायक मनीष जायसवाल ने सीधे तौर पर कहा कि इस व्यवसाय की मौत के लिए उनके पास गए पुलिसकर्मी दोषी हैं और दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस किया जाए अन्यथा हम थाने के बाहर धरने पर बैठ जायेंगे। विधायक मनीष जायसवाल के भारी विरोध को देखते हुए मृतक की पत्नी क्या आवेदन पर टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाते हुए उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। 

विधायक मनीष जायसवाल यहां से हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय के आवास पहुंचे और उनसे मिलकर मामले से अवगत कराते हुए मृतक परिवार को न्याय दिलाने की मांग की साथ ही निष्पक्ष पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम गठित कर पोस्टमार्टम कराने की मांग की। विधायक मनीष जायसवाल को उपायुक्त ने सहाय ने आश्वस्त किया कि विशेष मेडिकल टीम गठित कर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में रिकॉर्डिंग के साथ मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा एवं इस मामले की जांच विशेष कमेटी गठित कर निष्पक्ष रुप से कराई जाएगी। उपायुक्त के यहां से लौटकर विधायक मनीष जायसवाल हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे जहां दंडाधिकारी सदर सीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्य चिकित्सकों की मेडिकल टीम ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम टीम में डॉ. अजय भेंगरा डॉ.सुभाष प्रसाद और डॉ.अहमद अली शामिल रहे। पोस्टमार्टम के बाद मृतक व्यवसाई का शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया।

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विधायक मनीष जायसवाल के साथ थाने में सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि दिनेश सिंह राठौर, नगर विधायक प्रतिनिधि आशीष सोनी, दारू विधायक प्रतिनिधि बालदेव बाबू, विधायक प्रतिनिधि शिवपाल यादव, भाजपा नेता अर्जुन साव, अजय साहू, सुनील गुप्ता, कैलाश साव, भाजयुमो नेता विक्रमादित्य, मणिकांत सिंह सहित कई अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहें।

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